कहानियां ऐसी जो बाल मन को छू जाए / नीरज दइया
दूसरी कहानी ‘घोड़ा ना बने राजा’ में घोड़ों और गधों के माध्यम से अपने अपने क्षेत्र में निरंतर कार्य करने की प्रेरणा दी गई है वहीं ‘अमर शहीद पूनमसिंह भाटी’ में देश की खातिर अपनी जान न्यौछावर करने वाले अमर शहीद की दास्तान कहनी के रूप में प्रस्तुत हुई है। ओमप्रकाश भाटिया के इस बाल कहानी संग्रह में जैसलमेर परिक्षेत्र से जुड़ी इस कहानी के अलावा ‘लहराये तिरंगा प्यरा : छगन हठीला’, ‘जन-सेना’ और ‘धुआं कर’ जैसी कहानियां भी संग्रहित है। देश भक्ति की भावना यही आरंभ से ही बच्चों के मन में जाग जाए तो वे निसंदेह अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। मानवीय मूल्यों और नौतिकता की भावना के लिए बिना किसी सीधे सीधे संकेत अथवा उपदेश के कहानी में जैसे को तैसा कर सुधारने की प्रवृति का ब्यौरा ‘टप्पलबाज’ कहानी में देखा सकते हैं। रोहित को सुधारने के लिए उसके दोस्तों ने जो उसके साथ किया वह मार्ग अनुचित होते हुए भी कहानी में जिस ढंग से चित्रित किया है वह बालकों को सावधान करने के लिए पर्याप्त है। इसी प्रकार ‘वह सुधर जाए’ में दो दोस्तों की कहानी में समय के साथ एक का दूसरे को बदल देने के लिए सद्व्य्वहार प्रभावित करता है।
कहानीकार ओमप्रकाश भाटिया की इन कहानियों की विशेषता छोटे-छोटे सहज संवादों और कथानक को आगे बढ़ाने के लिए प्रयुक्त युक्तियां हैं। वे बाल मनोविज्ञान के अनुसार चरित्र को उसके परिवेश से जोड़ते हुए बहुत कम शब्दों में शीर्ष पर ले जाने में विश्वास रखते हैं। ‘अपने काम अपने हाथ’ कहानी में बच्चों को अपना काम खुद करने की प्रेरणा है वहीं माता-पिता को उनके द्वारा किए जाने वाले अनावश्यक सहयोग नहीं करने का संदेश भी है। बालक के भीतर छुपी हुई सृजनात्मकता को तभी बाहर लाया जा सकता है जब वह स्वयं करके सीखे और सीखे ऐसा कि उस सीखने में आनंद का भाव निहित होना चाहिए। एक अन्य कहानी ‘हो ली अपनी होली’ में जहां होली का हुडदंग है वहीं जानवरों को आनावश्यक रूप से ऐसे मौकों पर तंग करने की पीड़ा भी अभिव्यक्त हुई है। ‘पानी की खेती’ कहानी में ग्रामीण और शहरी परिवेश का अंतर प्रस्तुत हुआ है, वहीं बालकों को अपनी जड़ों और जमीन से जुड़ कर विकास की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है। यहां जल-प्रबंधन के विषय में बालकों को कहानी के माध्यम से नवीन जानकारी भी मिलेगी। ‘आंखों में आकाश’ एक ऐसा बाल कहानी संग्रह है जिसमें रोचकता, सहजता और सरलता के सूत्रों से गूंथी बाल कहानियां बच्चों को न केवल मोहित वरन मनोरंजन के साथ प्रेरित और संस्कारित भी करेंगी।
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पुस्तक : आंखों में आकाश (बाल कथा-संग्रह)
लेखक : ओमप्रकाश भटिया
प्रकाशक : रॉयल पब्लिकेशन, 18, शक्ति कॉलोनी, गली नंबर 2, लोको शेड रोड, रातानाड़ा, जोधपुर
संस्करण : 2019, पृष्ठ : 56, मूल्य : 80/-
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बाल वाटिका : जनवरी, 2020 अंक में प्रकाशित
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