Thursday, December 31, 2020

पुस्तक समीक्षा / डॉ. नीरज दइया

 ईश्वर : हां, ना... नहीं’ : अतिसंवेदनशीलता में कविता का प्रवेशसुधीर सक्सेना समकालीन कविता के विशिष्ट कवि हैं। विशिष्ट इस अर्थ में कि वे अपने आरंभिक लेखन से ही प्रयोगधर्मी और नवीन विषयों के प्रति मोहग्रस्त रहे हैं। कहा जा सकता कि वे भाषा, शिल्प और कथ्य के स्तर पर अन्य कवियों से अलहदा हैं, उनके यहां...

Sunday, December 27, 2020

स्त्री की आंख से देखी गई दुनिया / डॉ. नीरज दइया

हिंदी की प्रतिष्ठित कवयित्री सुमन केशरी के बहुचर्चित कविता संग्रह को राजस्थानी में "मोनालिसा री आंख्यां" नाम से ललिता चतुर्वेदी ने अनूदित किया है। यह इसलिए भी स्वागत योग्य है कि राजस्थानी में महिला लेखन कम हुआ है और जो हुआ है उसमें सुमन केशरी की यह कविताएं एक प्रेरणा और दिशा का काम कर सकती हैं। किसी...

Sunday, December 13, 2020

चिकित्सा जगत का विद्रूप चेहरा : लाइलाज

 डॉ. रवींद्र कुमार यादव पेशे से एक चिकित्सक हैं और उन्होंने चिकित्सा जगत पर केंद्रित लाइलाज उपन्यास में अपने आसपास का विद्रूप चेहरा बहुत प्रमाणिक ढंग से अंकित किया है। डॉ यादव का इससे पहले एक कहानी संग्रह "बड़ा अस्पताल और अन्य कहानियां" भी प्रकाशित हो चुका है। दोनों कृतियों के शीर्षक से जैसा के...

Monday, December 07, 2020

सूफी काव्य धारा का विस्तार : साठ पार

 राजस्थान पत्रिका में 06-12-2020--------- डॉ. नीरज दइया-------------"साठ पार" कवि कथाकार सत्यनारायण का सद्य प्रकाशित तीसरा कविता संग्रह है। इससे पूर्व "अभी यह धरती", "जैसे बचा है जीवन" संग्रहों की कविताएं समकालीन कविता में पर्याप्त चर्चा का विषय रही हैं। तुलनात्मक रूप से डॉ. सत्यनारायण...

जब भी देह होती हूँ (कविता संग्रह)

पुस्तक समीक्षा------------डॉ. नीरज दइया---------पुस्तक का नाम - जब भी देह होती हूँ (कविता संग्रह)कवि - नवनीत पाण्डेप्रकाशक - सर्जना, शिवबाड़ी रोड, बीकानेरपृष्ठ- 80संस्करण - 2020मूल्य- 100/------------------स्त्री देह के अनेक रूपों पर केंद्रित कविताएं  -----------------           ...

Tuesday, November 10, 2020

‘ईश्वर : हां, ना... नहीं’ : अतिसंवेदनशीलता में कविता का प्रवेश / डॉ. नीरज दइया

   सुधीर सक्सेना समकालीन कविता के विशिष्ट कवि हैं। विशिष्ट इस अर्थ में कि वे अपने आरंभिक लेखन से ही प्रयोगधर्मी और नवीन विषयों के प्रति मोहग्रस्त रहे हैं। कहा जा सकता कि वे भाषा, शिल्प और कथ्य के स्तर पर अन्य कवियों से अलहदा हैं, उनके यहां सामान्य और औसत से भिन्न विशिष्टता का पूर्वाग्रह है।...

राजस्थान की सहृदय टाइम मशीन : डॉ. महेन्द्र खड़गावत / डॉ. नीरज दइया

 बीकानेर स्थित राजस्थान राज्य अभिलेखागार देश और दुनिया का अद्वितीय अभिलेखागार है। वर्तमान समय की मांग को समझते हुए इसे डिजिटल कर दिया गया है कि हम घर बैठे सवा करोड़ से अधिक नायाब ऐतिहासिक-प्रशासनिक दस्तावेजों से रू-ब-रू हो सकते हैं। यहां ना केवल इतिहास की धरोहर को संजोए दस्तावेज ऑनलाइन किए गए हैं...

Saturday, October 10, 2020

असैंधी गळी री सुवास / डॉ. अर्जुन देव चारण

     गळी जिसी गळी। लोगां जिसा लोग। आदतां जिसी आदतां। बासती पड़ी हुवै तो माथै आली घास न्हाखणी। सावळ बळै तो लोगां रो जी सोरो हुवै अर किणी रो जी सोरो आपां सूं देखीजै कोनी। इण खातर धूंवो करणो आपां रो धरम। धूंवे सूं धांसी आवै। आंख्यां में पाणी आवै। बळत लागै। गळे में खरास लखावै। औ सो कीं...

Friday, October 02, 2020

बहुत कुछ बाकी है अनकहा / डॉ. नीरज दइया

    व्यंग्य, कविता और संपादन के क्षेत्र में डॉ. लालित्य ललित निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। उनकी यह विशेषता है कि एक पहचान बन जाने के बाद भी वे निरंतर सक्रिय है। कहना होगा कि साहित्य का जुनून उनके सिर पर सवार है। रोज बहुत कुछ लिखना और पढ़ना उनकी दिनचर्या में शुमार है। नियमित कॉलम लिखना कोई सरल...

Sunday, September 27, 2020

तथापि / अम्बिकादत्त

नीरज दइया की राजस्थानी कविताओं का मदन गोपाल लढ़ा द्वारा हिंदी में किया गया अनुवाद रचनात्मक आस्वाद के कई अवसर उपलब्ध करवाता है। अनुवाद दो भाषाओं के बीच एक खिड़की है - इसकी सर्वार्थ  सिद्धि इसके न रहने में है। जब अनुवाद, अनुवाद न लगे। मदन गोपाल लढ़ा इस संकलन कि प्रस्तावना में पूरी तैयारी के साथ उपस्थित...

Saturday, September 12, 2020

डॉ. लालित्य ललित

 "सृजन-संवाद" नाम से केंद्रित पुस्तक उन रचनाकारों पर केंद्रित है जिन्हें केंद्रीय साहित्य अकादेमी,दिल्ली से सम्मान मिल चुका है,ऐसे ही साहित्य के प्रति समर्पित और आशावान लेखक भाई डॉ नीरज दइया का एक साक्षात्कार पिछले दिनों अपने बीकानेर प्रवास के दौरान लिया था, वह इस पुस्तक में प्रकाशित हुआ है।...

Wednesday, September 02, 2020

Sunday, August 09, 2020

रक्त में घुली हुई भाषा

राजस्थानी कविताओं के हिंदी अनुवाद पर बात-विचार -------------- कवि डॉ. संजीव कुमार को समर्पित कविता संग्रह ‘रक्त में घुली हुई भाषा’ के बहाने समकालीन राजस्थानी कविता, हिंदी अनुवाद और डॉ. नीरज दइया की कविता पर बात होगी। डॉ. मदन गोपाल लढा चयनित कविताओं का पाठ भी करेंगे।  &nb...

Saturday, July 25, 2020

पिता के अनकहे को सुनने-सुनाने की कविता / डॉ. नीरज दइया

चर्चित अनुवादक-कवि डॉ. संतोष अलेक्स विगत बाइस वर्षों से अनुवाद के क्षेत्र में सक्रिय हैं। वे देस-विदेस में पांच भाषाओं- तमिल, तेलगू, मलयालम, अंग्रेजी और हिंदी के परस्पर अनुवादक के रूप में ख्याति रखते हैं। एक अच्छा अनुवादक एक अच्छा रचनाकार होता है और रचनाकार यदि अनुवादक हो तो वह बेहतर अनुवाद...

Wednesday, July 15, 2020

जै जै राजस्थान

Like, Follow and Share our page: https://www.facebook.com/JaiJaiRajasthani/videos/830325357371284/UzpfSTEwMDAwMzgzOTc5OTU2NToxNzQwNTM4MjU5NDE3NDg0/ https://www.facebook.com/JaiJaiRajasthani/ कवि, आलोचक, व्यंग्यकार, अनुवादक और संपादक रै रूप मांय चावी ओळखाण। जलम : 22 सितम्बर, 1968 रतनगढ़ (चूरू) राजस्थान...

डॉ. नीरज दइया की प्रकाशित पुस्तकें :

हिंदी में-

कविता संग्रह : उचटी हुई नींद (2013), रक्त में घुली हुई भाषा (चयन और भाषांतरण- डॉ. मदन गोपाल लढ़ा) 2020
साक्षात्कर : सृजन-संवाद (2020)
व्यंग्य संग्रह : पंच काका के जेबी बच्चे (2017), टांय-टांय फिस्स (2017)
आलोचना पुस्तकें : बुलाकी शर्मा के सृजन-सरोकार (2017), मधु आचार्य ‘आशावादी’ के सृजन-सरोकार (2017), कागद की कविताई (2018), राजस्थानी साहित्य का समकाल (2020)
संपादित पुस्तकें : आधुनिक लघुकथाएं, राजस्थानी कहानी का वर्तमान, 101 राजस्थानी कहानियां, नन्द जी से हथाई (साक्षात्कार)
अनूदित पुस्तकें : मोहन आलोक का कविता संग्रह ग-गीत और मधु आचार्य ‘आशावादी’ का उपन्यास, रेत में नहाया है मन (राजस्थानी के 51 कवियों की चयनित कविताओं का अनुवाद)
शोध-ग्रंथ : निर्मल वर्मा के कथा साहित्य में आधुनिकता बोध
अंग्रेजी में : Language Fused In Blood (Dr. Neeraj Daiya) Translated by Rajni Chhabra 2018

राजस्थानी में-

कविता संग्रह : साख (1997), देसूंटो (2000), पाछो कुण आसी (2015)
आलोचना पुस्तकें : आलोचना रै आंगणै(2011) , बिना हासलपाई (2014), आंगळी-सीध (2020)
लघुकथा संग्रह : भोर सूं आथण तांई (1989)
बालकथा संग्रह : जादू रो पेन (2012)
संपादित पुस्तकें : मंडाण (51 युवा कवियों की कविताएं), मोहन आलोक री कहाणियां, कन्हैयालाल भाटी री कहाणियां, देवकिशन राजपुरोहित री टाळवीं कहाणियां
अनूदित पुस्तकें : निर्मल वर्मा और ओम गोस्वामी के कहानी संग्रह ; भोलाभाई पटेल का यात्रा-वृतांत ; अमृता प्रीतम का कविता संग्रह ; नंदकिशोर आचार्य, सुधीर सक्सेना और संजीव कुमार की चयनित कविताओं का संचयन-अनुवाद और ‘सबद नाद’ (भारतीय भाषाओं की कविताओं का संग्रह)

नेगचार 48

नेगचार 48
संपादक - नीरज दइया

स्मृति में यह संचयन "नेगचार"

स्मृति में यह संचयन "नेगचार"
श्री सांवर दइया; 10 अक्टूबर,1948 - 30 जुलाई,1992

डॉ. नीरज दइया (1968)
© Dr. Neeraj Daiya. Powered by Blogger.

आंगळी-सीध

आलोचना रै आंगणै

Labels

101 राजस्थानी कहानियां 2011 2020 JIPL 2021 अकादमी पुरस्कार अगनसिनान अंग्रेजी अनुवाद अतिथि संपादक अतुल कनक अनिरुद्ध उमट अनुवाद अनुवाद पुरस्कार अनुश्री राठौड़ अन्नाराम सुदामा अपरंच अब्दुल वहीद 'कमल' अम्बिकादत्त अरविन्द सिंह आशिया अर्जुनदेव चारण आईदान सिंह भाटी आईदानसिंह भाटी आकाशवाणी बीकानेर आत्मकथ्य आपणी भाषा आलेख आलोचना आलोचना रै आंगणै उचटी हुई नींद उचटी हुई नींद. नीरज दइया उड़िया लघुकथा उपन्यास ऊंडै अंधारै कठैई ओम एक्सप्रेस ओम पुरोहित 'कागद' ओळूं री अंवेर कथारंग कन्हैयालाल भाटी कन्हैयालाल भाटी कहाणियां कविता कविता कोश योगदानकर्ता सम्मान 2011 कविता पोस्टर कविता महोत्सव कविता-पाठ कविताएं कहाणी-जातरा कहाणीकार कहानी काव्य-पाठ किताब भेंट कुँअर रवीन्द्र कुंदन माली कुंवर रवीन्द्र कृति ओर कृति-भेंट खारा पानी गणतंत्रता दिवस गद्य कविता गली हसनपुरा गवाड़ गोपाल राजगोपाल घिर घिर चेतै आवूंला म्हैं घोषणा चित्र चीनी कहाणी चेखव की बंदूक छगनलाल व्यास जागती जोत जादू रो पेन जितेन्द्र निर्मोही जै जै राजस्थान डा. नीरज दइया डायरी डेली न्यूज डॉ. अजय जोशी डॉ. तैस्सितोरी जयंती डॉ. नीरज दइया डॉ. राजेश व्यास डॉ. लालित्य ललित डॉ. संजीव कुमार तहलका तेजसिंह जोधा तैस्सीतोरी अवार्ड 2015 थार-सप्तक दिल्ली दिवाली दीनदयाल शर्मा दुनिया इन दिनों दुलाराम सहारण दुलाराम सारण दुष्यंत जोशी दूरदर्शन दूरदर्शन जयपुर देवकिशन राजपुरोहित देवदास रांकावत देशनोक करणी मंदिर दैनिक भास्कर दैनिक हाईलाईन सूरतगढ़ नगर निगम बीकानेर नगर विरासत सम्मान नंद भारद्वाज नन्‍द भारद्वाज नमामीशंकर आचार्य नवनीत पाण्डे नवलेखन नागराज शर्मा नानूराम संस्कर्ता निर्मल वर्मा निवेदिता भावसार निशांत नीरज दइया नेगचार नेगचार पत्रिका पठक पीठ पत्र वाचन पत्र-वाचन पत्रकारिता पुरस्कार पद्मजा शर्मा परख पाछो कुण आसी पाठक पीठ पारस अरोड़ा पुण्यतिथि पुरस्कार पुस्तक समीक्षा पुस्तक-समीक्षा पूरन सरमा पूर्ण शर्मा ‘पूरण’ पोथी परख प्रज्ञालय संस्थान प्रमोद कुमार शर्मा फोटो फ्लैप मैटर बंतळ बलाकी शर्मा बसंती पंवार बातचीत बाल कहानी बाल साहित्य बाल साहित्य पुरस्कार बाल साहित्य समीक्षा बाल साहित्य सम्मेलन बिणजारो बिना हासलपाई बीकानेर अंक बीकानेर उत्सव बीकानेर कला एवं साहित्य उत्सव बुलाकी शर्मा बुलाकीदास "बावरा" भंवरलाल ‘भ्रमर’ भवानीशंकर व्यास ‘विनोद’ भारत स्काउट व गाइड भारतीय कविता प्रसंग भाषण भूमिका मंगत बादल मंडाण मदन गोपाल लढ़ा मदन सैनी मधु आचार्य मधु आचार्य ‘आशावादी’ मनोज कुमार स्वामी मराठी में कविताएं महेन्द्र खड़गावत माणक माणक : जून मीठेस निरमोही मुकेश पोपली मुक्ति मुक्ति संस्था मुरलीधर व्यास ‘राजस्थानी’ मुलाकात मोनिका गौड़ मोहन आलोक मौन से बतकही युगपक्ष युवा कविता रक्त में घुली हुई भाषा रजनी छाबड़ा रजनी मोरवाल रतन जांगिड़ रमेसर गोदारा रवि पुरोहित रवींद्र कुमार यादव राज हीरामन राजकोट राजस्थली राजस्थान पत्रिका राजस्थान सम्राट राजस्थानी राजस्थानी अकादमी बीकनेर राजस्थानी कविता राजस्थानी कविता में लोक राजस्थानी कविताएं राजस्थानी कवितावां राजस्थानी कहाणी राजस्थानी कहानी राजस्थानी भाषा राजस्थानी भाषा का सवाल राजस्थानी युवा लेखक संघ राजस्थानी साहित्यकार राजेंद्र जोशी राजेन्द्र जोशी राजेन्द्र शर्मा रामपालसिंह राजपुरोहित रीना मेनारिया रेत में नहाया है मन लघुकथा लघुकथा-पाठ लालित्य ललित लोक विरासत लोकार्पण लोकार्पण समारोह विचार-विमर्श विजय शंकर आचार्य वेद व्यास व्यंग्य व्यंग्य-यात्रा शंकरसिंह राजपुरोहित शतदल शिक्षक दिवस प्रकाशन श्याम जांगिड़ श्रद्धांजलि-सभा श्रीलाल नथमल जोशी श्रीलाल नथमलजी जोशी संजय पुरोहित संजू श्रीमाली सतीश छिम्पा संतोष अलेक्स संतोष चौधरी सत्यदेव सवितेंद्र सत्यनारायण सत्यनारायण सोनी समाचार समापन समारोह सम्मान सम्मान-पुरस्कार सम्मान-समारोह सरदार अली पडि़हार संवाद सवालों में जिंदगी साक्षात्कार साख अर सीख सांझी विरासत सावण बीकानेर सांवर दइया सांवर दइया जयंति सांवर दइया जयंती सांवर दइया पुण्यतिथि सांवर दैया साहित्य अकादेमी साहित्य अकादेमी पुरस्कार साहित्य सम्मान सीताराम महर्षि सुधीर सक्सेना सूरतगढ़ सृजन कुंज सृजन संवाद सृजन साक्षात्कार हम लोग हरदर्शन सहगल हरिचरण अहरवाल हरीश बी. शर्मा हिंदी अनुवाद हिंदी कविताएं हिंदी कार्यशाला होकर भी नहीं है जो