हिंदी कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. नीरज दइया
केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. एस. सी. मेहता सृजनात्मकता के धनी हैं उन्होंने अश्व अनुसन्धान केंद्र को पर्यटन से जोड़ने के उम्दा प्रयास किए हैं। पूरे परिसर को डॉ. एस. सी. मेहता, डॉ. राकेश राव (अधिष्ठाता, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर) और डॉ. उम्मेश बिस्सा जी के साथ देखने-समझने का अवसर मिला। वहीं हिंदी कार्यशाला में
कवि श्री विजय धमीजा और श्री लीलाधर सोनी से मुलाकात हुई, उनकी कविताएं सुनी। डॉ. आर. के. सावल (निदेशक, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र, बीकानेर) का सानिध्य मिला। राजभाषा अधिकारी बृजलाल जी कार्यक्रम का संचलान किया, इस कार्यशाला में डॉ सुमंत व्यास, डॉ. बी. एल. चिरानिया, श्री रामेश्वर व्यास, श्री दिनेश मुंजाल, डॉ. आर. ए. लेघा, डॉ रमेश देदर, डॉ टी. आर. तालुरी, डॉ. जितेन्द्र सिंह, श्री कमल सिंह, डॉ. आर. ए. पचोरी, श्री नरेंद्र चौहान सहित अनेक अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. एस. सी. मेहता जी का बहुत-बहुत आभार।
0 टिप्पणियाँ:
Post a Comment