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Saturday, June 08, 2019
हिंदी कार्यशाला में मुख्य वक्ता डॉ. नीरज दइया
6/08/2019 | No comments |
केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. एस. सी. मेहता सृजनात्मकता के धनी हैं उन्होंने अश्व अनुसन्धान केंद्र को पर्यटन से जोड़ने के उम्दा प्रयास किए हैं। पूरे परिसर को डॉ. एस. सी. मेहता, डॉ. राकेश राव (अधिष्ठाता, पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर) और डॉ. उम्मेश बिस्सा जी के साथ देखने-समझने का अवसर मिला। वहीं हिंदी कार्यशाला में
कवि श्री विजय धमीजा और श्री लीलाधर सोनी से मुलाकात हुई, उनकी कविताएं सुनी। डॉ. आर. के. सावल (निदेशक, राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केंद्र, बीकानेर) का सानिध्य मिला। राजभाषा अधिकारी बृजलाल जी कार्यक्रम का संचलान किया, इस कार्यशाला में डॉ सुमंत व्यास, डॉ. बी. एल. चिरानिया, श्री रामेश्वर व्यास, श्री दिनेश मुंजाल, डॉ. आर. ए. लेघा, डॉ रमेश देदर, डॉ टी. आर. तालुरी, डॉ. जितेन्द्र सिंह, श्री कमल सिंह, डॉ. आर. ए. पचोरी, श्री नरेंद्र चौहान सहित अनेक अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। केंद्र के प्रभारी अधिकारी डॉ. एस. सी. मेहता जी का बहुत-बहुत आभार।
डॉ. नीरज दइया की प्रकाशित पुस्तकें :
हिंदी में-
कविता संग्रह : उचटी हुई नींद (2013), रक्त में घुली हुई भाषा (चयन और भाषांतरण- डॉ. मदन गोपाल लढ़ा) 2020
साक्षात्कर : सृजन-संवाद (2020)
व्यंग्य संग्रह : पंच काका के जेबी बच्चे (2017), टांय-टांय फिस्स (2017)
आलोचना पुस्तकें : बुलाकी शर्मा के सृजन-सरोकार (2017), मधु आचार्य ‘आशावादी’ के सृजन-सरोकार (2017), कागद की कविताई (2018), राजस्थानी साहित्य का समकाल (2020)
संपादित पुस्तकें : आधुनिक लघुकथाएं, राजस्थानी कहानी का वर्तमान, 101 राजस्थानी कहानियां, नन्द जी से हथाई (साक्षात्कार)
अनूदित पुस्तकें : मोहन आलोक का कविता संग्रह ग-गीत और मधु आचार्य ‘आशावादी’ का उपन्यास, रेत में नहाया है मन (राजस्थानी के 51 कवियों की चयनित कविताओं का अनुवाद)
शोध-ग्रंथ : निर्मल वर्मा के कथा साहित्य में आधुनिकता बोध
अंग्रेजी में : Language Fused In Blood (Dr. Neeraj Daiya) Translated by Rajni Chhabra 2018
राजस्थानी में-
कविता संग्रह : साख (1997), देसूंटो (2000), पाछो कुण आसी (2015)
आलोचना पुस्तकें : आलोचना रै आंगणै(2011) , बिना हासलपाई (2014), आंगळी-सीध (2020)
लघुकथा संग्रह : भोर सूं आथण तांई (1989)
बालकथा संग्रह : जादू रो पेन (2012)
संपादित पुस्तकें : मंडाण (51 युवा कवियों की कविताएं), मोहन आलोक री कहाणियां, कन्हैयालाल भाटी री कहाणियां, देवकिशन राजपुरोहित री टाळवीं कहाणियां
अनूदित पुस्तकें : निर्मल वर्मा और ओम गोस्वामी के कहानी संग्रह ; भोलाभाई पटेल का यात्रा-वृतांत ; अमृता प्रीतम का कविता संग्रह ; नंदकिशोर आचार्य, सुधीर सक्सेना और संजीव कुमार की चयनित कविताओं का संचयन-अनुवाद और ‘सबद नाद’ (भारतीय भाषाओं की कविताओं का संग्रह)